बहुजन समाजवादी पार्टी की मुखिया मायावती राज्यसभा से इस्तीफा देने के बाद पहली बार रविवार को दिल्ली में पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक करने जा रही हैं। दिल्ली में होने वाली यह बैठक कई मायनों में महत्वपूर्ण मानी जा रही है। बसपा मुखिया इस बैठक में अपनी नई रणनीति का खुलासा कर सकती हैं।
दिल्ली स्थित बसपा मुख्यालय पर रविवार को होने वाली बैठक में गुजरात को छोड़कर देशभर के सभी राज्यों के पदाधिकारियों को बुलाया गया है। गुजरात इकाई को विधानसभा चुनाव की तैयारियों के चलते नहीं बुलाया गया। माना जा रहा है कि मायावती पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक में राज्यसभा से इस्तीफा देने के बाद पैदा हुए हालात और मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों पर चर्चा करेंगी।
सूत्रों को कहना है कि बसपा मुखिया मायावती राज्यसभा से दलित मुद्दे पर दिए इस्तीफे को बड़ा मुद्दा बनाने की तैयारी में हैं। दलितों के बीच यह संदेश दिया जाएगा कि मायावती से बड़ा उनका कोई हितैषी नहीं है और उनके हित के लिए उन्होंने पद की परवाह तक नहीं की। इसके साथ राज्यसभा में दलित मुद्दे पर मायावती द्वारा दिए गए बयान को सोशल मीडिया के माध्यम से गांव-गांव तक पहुंचाने की भी तैयारी है।
दिल्ली स्थित बसपा मुख्यालय पर रविवार को होने वाली बैठक में गुजरात को छोड़कर देशभर के सभी राज्यों के पदाधिकारियों को बुलाया गया है। गुजरात इकाई को विधानसभा चुनाव की तैयारियों के चलते नहीं बुलाया गया। माना जा रहा है कि मायावती पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक में राज्यसभा से इस्तीफा देने के बाद पैदा हुए हालात और मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों पर चर्चा करेंगी।
सूत्रों को कहना है कि बसपा मुखिया मायावती राज्यसभा से दलित मुद्दे पर दिए इस्तीफे को बड़ा मुद्दा बनाने की तैयारी में हैं। दलितों के बीच यह संदेश दिया जाएगा कि मायावती से बड़ा उनका कोई हितैषी नहीं है और उनके हित के लिए उन्होंने पद की परवाह तक नहीं की। इसके साथ राज्यसभा में दलित मुद्दे पर मायावती द्वारा दिए गए बयान को सोशल मीडिया के माध्यम से गांव-गांव तक पहुंचाने की भी तैयारी है।
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